संपादकीय

भारत देश की संस्कृति प्राचीन मान्यताओं और संस्कारों से ओत-प्रोत रही है। यहां विभिन्न धार्मिक उत्सवों का आयोजन पूर्ण श्रृद्धा भाव एवं हर्षोल्लास के साथ किया जाता है...

Read More

हरियाणा के विधानसभा चुनाव सम्पन्न हो चुके हैं और भाजपा वहां फिर से भगवा झंडा लहराकर पुनः सत्तासीन होने में सफल हो चुकी है। विपक्षियों के समस्त प्रयासों के बावजूद उसने समस्त समीकरणों को ध्वस्त कर तीसरी बार विजयश्री प्राप्त की...

Read More

देशभर में अब यह सामान्य बात हो गई है कि चुनावी प्रक्रिया के दौरान प्रत्येक पार्टी और उसके नेता जनता को लुभाने के लिए अनेक अव्यावहारिक प्रलोभन देने लगते हैं। क्या इस प्रकार का प्रचलन एक ईमानदार जीवन जीने को तत्पर जनता के साथ न्याय है...

Read More

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन द्वारा नागरिकों से अधिक बच्चे पैदा करने के आह्वान ने आर्थिक, सामाजिक और नैतिक चिंताओं को छूते हुए एक नई बहस छेड़ दी है।  ध्यान रहे, दक्षिणी राज्यों में उच्च जन्म दर को प्रोत्साहित करने के विचार के पक्ष में काफी नेता मैदान में उतर आए हैं...

Read More

क्या दुनिया के लोकतांत्रिक देश वर्तमान में नेतृत्व संकट से जूझ रहे हैं? ऐसा लगता है कि लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं को चलाने या मार्गदर्शन करने वाले प्रेरक नेताओं की कमी का खामियाजा जनता भुगत रही है।

Read More

लोकतंत्र को प्रभावी ढंग से चलाने के लिए एक प्रशिक्षित और प्रतिभाशाली संसदीय ढांचा और प्रणाली की आवश्यकता होती है और इस ढांचे व तंत्र को बनाने के लिए पूर्ण प्रशिक्षित राजनेताओं की...। एक स्वस्थ लोकतंत्र में चुने हुए जन प्रतिनिधि यदि पढ़े-लिखे, सुसंस्कृत और प्रतिभाशाली हों तो उस देश को तरक्की के रास्ते पर जाने से कोई नहीं रोक सकता है।

Read More


Mediabharti