'राजमोहन कहते हैं, शायद महात्मा सही नहीं थे...'

lkadvaniब्लॉगों का मेरा दूसरा संग्रह ‘माई टेक‘ शीर्षक से दिसम्बर, 2013 में लोकार्पित हुआ था, जिसमें काफी ब्लॉग सरदार पटेल, उनके द्वारा देशी रियासतों के उल्लेखनीय विलीनीकरण कार्य, और हैदराबाद के निजाम द्वारा भारतीय संघ में शामिल न होने के समझौते पर हस्ताक्षर न करने पर उनके द्वारा अपनाए गए तरीके जिससे निजाम को मुंह की खानी पड़ी, जैसे विषयों पर केंद्रित थे।

Subscribe now

Login and subscribe to continue reading this story....

Already a user? Login

Related Items

  1. राहुल गांधी का 'ऑपरेशन सिंदूर' भाषण : सियासी चाल या कूटनीतिक चूक?

  1. भारतीय विमानन क्षेत्र भर रहा है समावेशिता की उड़ान

  1. ध्रुवीकरण भारतीय राजनीति का ‘गेम चेंजर’ है या ‘रोड ब्लॉक’!



Mediabharti