उत्तर प्रदेश में ‘ऑपरेशन लंगड़ा’ की सफलता के बाद, अनेक राज्यों में पुलिस तंत्र को अधिक कड़क और सख्त बनाने की कवायदें शुरू हो चुकी हैं। क्या बिना बुनियादी सुधारों के पुलिस तंत्र को और अधिक आजादी देना लोकतांत्रिक मूल्यों के अनुरूप होगा?
Read Moreउत्तर प्रदेश में ‘ऑपरेशन लंगड़ा’ की सफलता के बाद, अनेक राज्यों में पुलिस तंत्र को अधिक कड़क और सख्त बनाने की कवायदें शुरू हो चुकी हैं। क्या बिना बुनियादी सुधारों के पुलिस तंत्र को और अधिक आजादी देना लोकतांत्रिक मूल्यों के अनुरूप होगा?
Read Moreसंसद में कांग्रेस नेता राहुल गांधी का जोशीला भाषण जितने सवालों के जवाब देने आया था, उससे कहीं ज़्यादा प्रश्न खड़े कर गया। उन्होंने 'ऑपरेशन सिंदूर' के बहाने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधा हमला बोला, लेकिन क्या यह ‘हमला’ सरकार पर भारी पड़ा, या फिर उनकी अपनी समझदारी पर नए सवालिया निशान छोड़ गया...
Read Moreयोगी आदित्यनाथ ने कामयाबी के झंडे गाड़ दिए हैं। आंकड़ों की समीक्षा से लगने लगा है कि 2025 का उत्तर प्रदेश उड़ान भरने को तैयार है। प्रदेश का बुलडोजर मॉडल क्राइम कंट्रोल के लिए कारगर हथियार साबित हुआ है। आज नहीं तो कल वर्तमान नेतृत्व नई पीढ़ी को जगह देगी। अगर यह सवाल पूछा जा रहा है कि मोदी के बाद कौन, तो इसमें गलत क्या है?
Read Moreचेन्नई शहर में, अचानक रास्ता पूछने के चक्कर में एक लैदर बेल्ट और बटुए बेचने वाले से टकराहट हुई। हमने गलतफहमी में उससे अंग्रेजी में जानकारी लेनी चाही, उसने हिंदी में बताया। बोली का लहजा कुछ जाना पहचाना सा लगने पर हमारा अगला सवाल था... कहां से हो? सकुचाते हुए वह बोला, “आगरा से हैं…”। “आगरा में कहां से?” “इटौरा के पास के गांव से…“ उसने बताया “निरे लौंडे” अपनी तरफ के यहां हैं...
Read Moreकश्मीर की खूबसूरत घाटियों में, जहां की फिज़ा, मोहब्बत और भाई चारे की कहानियां सुनाती हैं, वहां पिछले दिनों एक दर्दनाक हादसा हुआ जिसका अंजाम ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के रूप में लोगों ने देखा। अब भारतवंशियों ने एक मांग की है, पहलगाम में मां सिंदूरी को समर्पित एक भव्य मंदिर का निर्माण हो।
Read Moreदस साल पहले सत्ता के गलियारों में बड़े ठाठ से घोषणाएं हुई थीं — गंगा नदी को निर्मल बनाएंगे, भारत को स्वच्छ करेंगे, और सौ शहरों को स्मार्ट बना देंगे। जनता ताली बजाती रही, उम्मीदें पालती रही। लेकिन, अब जब ज़मीनी सच्चाई से पर्दा उठ रहा है, तो लगता है कि सपने और हकीकत के बीच का फासला कम नहीं हुआ है।
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