सियासत का पारा चढ़ चुका है, हवा में नारे हैं, गलियों में जोश है और दिलों में उबाल! पटना से पूर्णिया तक, हर नुक्कड़ पर एक ही सवाल गूंज रहा है, “अबकी बार कौन?” नवंबर की ठंडी हवाओं के बीच बिहार फिर से एक गर्म रणभूमि में बदल चुका है।
Read Moreसियासत का पारा चढ़ चुका है, हवा में नारे हैं, गलियों में जोश है और दिलों में उबाल! पटना से पूर्णिया तक, हर नुक्कड़ पर एक ही सवाल गूंज रहा है, “अबकी बार कौन?” नवंबर की ठंडी हवाओं के बीच बिहार फिर से एक गर्म रणभूमि में बदल चुका है।
Read Moreजब मुल्क की सियासत में एक तरफ़ भगवा गंगा बह रही हो और दूसरी ओर कावेरी में लुभावनी 'गारंटियों' की बारिश हो रही हो, तब विकास की असली तस्वीर आंकड़ों की खामोश ज़ुबान में छुप जाती है।
Read Moreबिहार में मानसून की बारिश के बाद विधानसभा चुनाव की तैयारियां जोरों पर होंगी लेकिन इस वक्त सियासी हवा का रुख तेजी से बदल रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद बिहार में रैलियां करके अपनी मुहिम की शुरुआत कर दी है...
Read Moreभूत चुड़ैलों का साया है, वास्तु दोष है, डिजाइन फॉल्ट है, या भटकती आत्माएं शांति और मुक्ति के लिए कुछ धार्मिक अनुष्ठानों के आयोजन के इंतेज़ार में हैं, कौन देगा इन प्रश्नों का उत्तर, कितनी और जानें कुर्बान होनी हैं, कितने परिवार उजड़ने हैं?
Read Moreबीते दिनों नई दिल्ली में अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम के नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिला। यह मुलाकात सिर्फ कॉफी और इडली-वड़ा के साथ हुई एक आम बैठक नहीं थी, बल्कि इसे एक राजनीतिक दिशा परिवर्तन का संकेत माना जा रहा है। जाहिर है नेताओं ने घर वापसी की एक रणनीतिक योजना के साथ मुलाकात की होगी जो राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में वापसी और 2021 के चुनाव में सत्ता गंवाने वाली गलती को सुधारने का प्रयास होगा।
Read Moreविपक्षी भी मानते हैं कि राज्य में जंगल राज खत्म हुआ है। बुलडोजर मॉडल और ‘एनकाउंटर स्ट्रेटजी’ से अपराधियों का मनोबल टूटा है। राजनैतिक हस्तक्षेप और प्रोत्साहन में भी कमी देखी जा रही है।
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