चंडीगढ़ । मिशन बिरयानी को लेकर आलोचना झेल रहे हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने राज्य के गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष को राज्य सरकार के कानूनों को मानने की सलाह दी है। साथ ही कहा है कि आयोग को सैंपल एकत्रित करने की अनुमति नहीं है। आपको बता दें कि गौ सेवा आयोग ने बिरयानी में बीफ इस्तेमाल होने की कुछ शिकायतों के बाद मेवात जिले की दुकानों से बिरयानी के सैंपल उठाए थे। इसके बाद सीएम ने आयोग को सख्त लहजे में नसीहत दे डाली है। खट्टर ने पशु विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों, गो सुरक्षा टास्क फोर्स और पुलिसवालों को बिरयानी के सैंपल लेने पर जमकर फटकार लगाई है। खट्टर ने कहा कि केवल फूड ऐंड ड्रग ऐडमिनिस्ट्रेशन को फूड सैंपल्स लेने की इजाजत है। आयोग के चेयरमैन भनी राम मंगला को सीएम ऑफिस से धार्मिक सौहार्द बिगाडऩे वाले किसी भी काम से दूर रहने को कहा गया है। मंगला के नेतृत्व में ही बिरयानी में बीफ मिलने की शिकायतों पर मुस्लिम बहुल मेवात जिले में आयोग और पुलिस ने सडक़ की दुकानों से नमूने लिए थे। बकरीद से पहले हरियाणा में गौ सुरक्षा के नाम पर शुरू हुए इस बिरयानी मिशन पर सरकार की काफी आलोचना हो रही है। विपक्षी दलों ने मिशन बिरयानी को अल्पसंख्यकों को आतंकित करने वाला काम करार दिया है। सोशल ऐक्टिविस्ट शहनाज पूनावाला ने इसके खिलाफ राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग पर याचिका भी डाली। मेवात से लिए गए बिरयानी के सैंपल में राज्य की लैब ने बीफ की पुष्टि की जिसके बाद यह मामला और बढ़ गया।
साभार-khaskhabar.com
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