भारत के समुद्री खाद्य उद्योग के लिए एक महत्वपूर्ण विकास के रूप में, यूरोपीय संघ ने भारत से यूरोपीय संघ के सदस्य देशों को निर्यात के लिए 102 नए भारतीय मत्स्य पालन प्रतिष्ठानों को सूचीबद्ध किया है।
यह महत्वपूर्ण विस्तार भारत की खाद्य सुरक्षा और गुणवत्ता आश्वासन प्रणालियों में बढ़ते विश्वास को प्रदर्शित करता है। यह भारतीय समुद्री खाद्य उत्पादों, विशेष रूप से जलीय कृषि झींगा और सेफेलोपोड्स के लिए बाजार पहुंच बढ़ाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
Read in English: Indian seafood export sector gets major boost from EU
यह यूरोपीय संघ और नई दिल्ली में केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल तथा वाणिज्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की कई बैठकों के बाद संभव हुआ है। इसके परिणामस्वरूप निर्यात निरीक्षण परिषद द्वारा लागू की गई भारतीय सुदृढ़ आधिकारिक नियंत्रण व्यवस्था पर विश्वास बढ़ा है। भारतीय समुद्री खाद्य निर्यात कड़े अंतर्राष्ट्रीय मानकों, विशेष रूप से यूरोपीय संघ द्वारा निर्धारित मानकों को पूरा करता है।
यह विकासक्रम खाद्य सुरक्षा, निगरानी और यूरोपीय संघ के नियमों के अनुपालन के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। साथ ही, उच्च गुणवत्ता वाले समुद्री खाद्य के विश्वसनीय आपूर्तिकर्ता के रूप में भारत की स्थिति को मजबूत करता है। इससे निर्यात में वृद्धि, रोजगार सृजन और विदेशी मुद्रा आय में वृद्धि होने की संभावना है।
इस घटनाक्रम से यूरोपीय संघ में भारत के समुद्री खाद्य निर्यात में उल्लेखनीय वृद्धि होने की संभावना है। यह वैश्विक स्तर पर सबसे आकर्षक और गुणवत्ता-संवेदनशील बाजारों में से एक है। इन नए प्रतिष्ठानों के शामिल होने से, विभिन्न तटीय राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के निर्यातकों को अब यूरोपीय संघ की मांग का लाभ उठाने, अपने उत्पादों में विविधता लाने और व्यापार संबंधों को मज़बूत करने के बेहतर अवसर मिलेंगे।
इधर, वाणिज्य विभाग ने नीतिगत आसानी, बुनियादी ढांचे के विकास और क्षमता निर्माण के माध्यम से निर्यातकों को समर्थन देने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है। ईआईसी और ईआईएएस यह सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते रहेंगे कि भारतीय समुद्री खाद्य उत्पाद अंतर्राष्ट्रीय मानदंडों का पालन करें, जिससे जन स्वास्थ्य की रक्षा हो और भारत की वैश्विक प्रतिष्ठा बढ़े।
यह समग्र रूप से आशावादी वातावरण तथा दोनों पक्षों द्वारा एक-दूसरे के उत्पाद मानकों में अधिक विश्वास के अनुरूप है।






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