मथुरा। केन्द्र सरकार गांवों के विकास को कृत संकल्पित है। मोदी राज में गांवों का चहुंमुखी विकास किया जा रहा है। मोदी सरकार के सफल दो वर्षों के कार्यकाल में देश के तेजी से प्रगति की है। सरकार की योजनाओं का लाभ जन-जन को मिल रहा है। सरकारी योजनाओं को सफल करने में जनता भी पीछे नहीं है। पूरे देश में लगभग पांच करोड़ लोगों ने सब्सिडी छोड़ दी है। जन धन योजना के जरिए देश की बैंकों में 35 हजार करोड रुपया जमा हुए है।
उक्त बात आज मंगलवार को केन्द्रीय संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने अग्रवाटिका में आयोजित भाजपा के कार्यकर्ता सम्मेलन में भाजपा कार्यकर्ताओं से कही।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार को दो साल हो गए है इन दो सालों में देश की प्रगति के पथ पर अग्रसर हुआ है। उन्होंने कहा कि अब सरकार सभी महापुरूषों के डाक टिकट जारी करेगी, पंडित जी का टिकट जारी किया गया है, जो डाकघर से मिलेगा। केन्द्रीय राज्यमंत्री सुदर्शन भगत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का सपना है कि देश का युवा आगे बढ़े, मोदी राज में देश का युवा , किसान, गांव आगे बढ रहा है। कार्यकर्ता अभी से कमान संभाल ले और मोदी सरकार की उपलब्धियों को जन-जन तक पहुंचाए। राष्ट्रीय महासचिव भाजपा सरोज पांडेय ने कहा कि सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि पारदर्शिता है। मोदी सरकार के कार्यकाल में भ्रष्टाचार तेजी से कम हो रहा है। योजनाओं का लाभ अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति को मिल रहा है। उन्होंने उज्जवल भविष्य, सुकन्या आदि के जरिए विकास की गंगा बहायी जा रही है।
भाजपा सांसद हेमामालिनी ने भी सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा क देश बदल रहा है, कार्यकर्ताओं को प्रधानमंत्री के हाथ मजबूत करने चाहिए, हमारी जिम्मेदारी है कि हम केन्द्रीय योजनाओं को लोगों तक पहुंचाए।
भाजपा जिलाध्यक्ष ठा. तेजवीर सिंह ने आगामी विधान सभा में जनपद की पांचों विधानसभाओं में कमल खिलने का दावा करते हुए कहा कि यूपी में भाजपा की सरकार बनने जा रही है। मोदी सरकार में जो कार्य हुए है वह अभी तक किसी भी सरकार में नहीं हुए। उन्होंने कार्यकर्ताओं को जी जान से जुट जाने का आव्हान किया।
इस अवसर पर बांके बिहारी माहेश्वरी, रविकांत गर्ग, चौ. लक्ष्मीनारायण, पालिकाध्यक्षा मनीषा गुप्ता, मुकेश गौतम, ओमप्रकाश, डा. डीपी गोयल, अजय पोईया, चिंताहरण चतुर्वेदी, देवेन्द्र शर्मा, रघुराज, रामनरेश, संजय गोविल, दीपा अग्रवाल आदि मौजूद रहे।