मथुरा : शताब्दी वर्ष में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कार्य विस्तार योजना सहित अभी तक किए गए सभी कार्यों की समीक्षा तथा पंच परिवर्तन को समाज में लेकर जाने के लिए रणनीति बनाने में जुट गया है।
अपनी आगामी गतिविधियों में तेजी लाने के लिए संघ की वार्षिक अखिल भारतीय कार्यकारी मण्डल की दो दिवसीय बैठक का शुभारंभ शुक्रवार को निकटवर्ती फरह स्थित दीनदयाल गौ विज्ञान अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र के नवधा सभागार में हुआ।
बैठक में विजयादशमी पर्व पर सरसंघचालक भागवत द्वारा प्रस्तुत विचारों तथा उनके उद्बोधनों तथा देश में वर्तमान समय चल रहे समसामयिक विषयों पर चर्चा होगी। साथ ही, प्रतिनिधि सभा में निर्धारित वार्षिक योजना की समीक्षा तथा संघ कार्य के विस्तार का वृत्तांत भी लिया जाएगा।
कार्यक्रम का शुभारंभ सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत व सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबले द्वारा भारत माता के चित्र पर पुष्पार्चन के साथ किया गया। बैठक की शुरुआत में राघवाचार्य महाराज, रतन टाटा, बुद्धदेव भट्टाचार्य, रामोज़ी राव, सीताराम येचुरी, कुं. नटवर सिंह, सुशील मोदी, एडमिरल रामदास तथा कई अन्य दिवंगतों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
बैठक में संघ रचना के सभी 11 क्षेत्रों तथा 46 प्रांतों के संघचालक, सह संघचालक, कार्यवाह तथा प्रचारक सहित कुल 393 कार्यकर्ता भाग ले रहे हैं। जम्मू कश्मीर, केरल, अरुणाचल, मणिपुर व त्रिपुरा आदि प्रांतो से आए कार्यकर्ता भी यहां उपस्थित हैं।
आयोजन में सह सरकार्यवाह डा. कृष्ण गोपाल, मुकुन्दा, अरुण कुमार, रामदत्त चक्रधर, आलोक कुमार व अतुल लिमये सहित कई अन्य अखिल भारतीय कार्य विभाग प्रमुख एवं कार्यकारिणी के सदस्य उपस्थित हैं।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सह प्रचार प्रमुख नरेन्द्र कुमार ने बताया कि बैठक का समापन 26 अक्टूबर को होगा।
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