हाल के कुछ वर्षों में महिलाओं में एस्ट्रोजन हार्मोन के चलते थायराइड की समस्या बढ़ी है। इसके चलते, अनुवांशिक कारणों से नवजातों में भी थायराइड कैंसर मिल रहा है।
जिन लोगों में थायराइड के कैंसर की समस्या है, उनको अपने परिवार के सदस्यों की जेनेटिक प्रोफाइलिंग कराने का भी सुझाव दिया जाता है।
पुरुषों की तुलना में महिलाओं में कैंसर की आशंका ज्यादा है। मौजूदा समय में थायराइड के 80 फीसदी मरीज महिलाएं हैं।
चिकित्सकों के अनुसार, जिन मरीजों में कैंसर होता है, उनमें थायराइड का आकार बढ़ जाता है। उनकी शल्य चिकित्सा करके थायराइड को निकाल दिया जाता है।
Related Items
स्तन कैंसर का उपचार कर सकता है यह नया संश्लेषित यौगिक...
भारत के आर्थिक बदलाव में महिलाओं की है अग्रणी भूमिका
कैंसर के इलाज में सहायक हो सकते हैं नए चुंबकीय नैनोकण