यूरो 6 मानक का बीएस-6 डीजल बना भेजा चैन्नई टेस्टिंग को
मथुरा । रिफाइनरी मथुरा को एक बड़ी सफलता मिली है। जिसमें रिफाइनरी ने यूरो-6 मानक का बीएस 6 डीजल बनाया है। यह डीजल पर्यावरण के अनुकूल बताया जा रहा है। जिसका 20 हजार लीटर परीक्षण के लिए चेन्नई भेजा गया, इस डीजल को चैन्नई कंपनी भेजा गया है जहां इसका परीक्षण होगा रिफाइनरी अधिकारियों ने बताया कि जल्द रिफाइनरी विभाग पेट्रोल को भी बनायेगा जो मानकों के संतुलन में होगा। नूतन वर्ष 2017 में मथुरा रिफाइनरी यूरो 6 की सौगात देने जा रही है। वर्ष 2016 रिफाइनरी के लिए उपलब्धियों से भरा रहा, सभी क्षेत्रों मेें योगदान देते हुए रिफाइनरी ने अपनी उत्पादन क्षमता में 2 मिलिन मीट्रिक टन की वृद्धि की, पहले यह 6 मिलियन मीट्रिक टन थी जो अब 8 हो गई है। इस साल रिफाइनरी ने बीएस 6 का डीजल पैटेªाल बनाने में महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है।
आज मंगलवार को रिफाइनरी प्रशासन द्वारा आॅफीसर्स क्लब में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में प्रभारी निदेशक एसएम वैद्य ने बताया कि मथुरा रिफाइनरी ने केंद्र सरकार की मंशा पर खरा उतरते हुए बीएस-6 डीजल का उत्पादन शुरू कर इसका परीक्षण शुरू करा दिया है। रिफाइनरी ने एक टैंकर बीएस-6 डीजल महिन्द्रा एंड महिन्द्रा कंपनी को भेजा है। रिफाइनरी ने यूरो-6 पेट्रोल भी तैयार कर लिया है। शीघ्र ही ऑटोमोबाइल कंपनियों को इसे भी टेस्टिंग के लिए भेजा जाएगा। वाहन उद्योग की चिंता को देखते हुए केंद्र सरकार ने बड़े वाहनों के लिए विजन 2020 के तहत देश की सभी रिफाइनरी को बीएस-6 स्टैंडर्ड का डीजल-पेट्रोल बनाने के निर्देश दिए थे। इस कड़ी में मथुरा रिफाइनरी ने अपने उत्पाद बीएस- 6 दस पीएम सल्फर मात्र वाला डीजल तैयार करने में सफलता प्राप्त की है। वर्तमान में बीएस-4 पेट्रोलियम पदार्थों का चलन वाहनों में है। वर्ष 2019 से बीएस-5 मानक वाले पेट्रोलियम पदार्थों का इस्तेमाल वाहनों में शुरू करने की योजना बनी थी, लेकिन अब केंद्र सरकार ने वर्ष 2020 से बीएस-6 को शुरू करने की योजना तैयार कर ली है। इससे प्रदूषण पर काफी हद तक अंकुश की बात कही जा रही है। इससे पहले रिफाइनरी बीएस-6 को टेस्ंिटग के लिए होंडा आटोमोबाइल्स को पेट्रोलियम पदार्थ भेजा गया था।
विदित रहे कि रिफाइनरी के महाप्रबंधक (इंचार्ज) एसएम. वैद्य व महा प्रबंधक यूपी स्टेट ऑफिस एके बासु द्वारा 20 हजार लीटर परीक्षण के लिए चेन्नई भेजा गया। इस टेस्टिंग के पश्चात ओक्टामैक्स यूनिट द्वारा इन उत्पादों को बड़ी मात्रा में तैयार किया जा सकेगा।
जनरल मैनेजर गौतम दास गुप्ता ने रिफाइनरी के अन्य क्षेत्रोें में दिए जा रहे योगदान बताते हुए कहा कि वर्ष 2016 में मथुरा-आगरा के मध्य लगभग दो लाख पेड़ पौधे लगाए गए है। इसमें इकाॅलोजिकल पार्क बड़ी उपलब्धि है, इस पार्क में 96 प्रकार के देशी-विदेशी पक्षी बसेरा करने आते हैं। समाजसेवा के क्षेत्र में भी रिफाइनरी अहम योगदान दे रही है। स्वच्छता अभियान, स्किल डबलपमेंट, स्वच्छ जलापूर्ति समेत कई अहम बिंदुओं पर रिफाइनरी मथुरा प्रशासन का सहयोग दे रही है। सम्मेलन का संचालन रेनू पाठक व धन्यवाद ज्ञापन संजीव सिंह ने किया।