मथुरा । भगवान श्रीकृष्ण और उनकी अल्हादिनी शक्ति श्रीराधारानी की क्रीड़ा स्थली गिरिराज महाराज की तलहटी के श्रीधाम राधाकुंड में दो दिवसीय अहोई अष्टमी पर्व पर मनोकामना की पूर्ति के लिए लाखों ने डुबकी लगाई। संगम कुंड के घाटों पर अर्द्ध रात्रि को स्नान के लिए श्रद्धालुओं में होड़ सी लगी रही। श्रीराधाकृपा कटाक्ष के सस्वर गूंजते स्वरों के बीच शनिवार और रविवार की अर्द्धरात्रि पलक झपकते ही डुबकी लगाकर पुण्य कमाया। यहां मान्यता है कि इस कुंड में स्नान करने से संतानोत्पत्ति और अनेकों मनोकामनाएं सहज की पूर्ण हो जाती हैं। इसलिए यहां दम्मपत्ति जोड़े में स्नान पैंठा, फल एवं पूजा की सामग्री के साथ अर्चन कर स्नान करते हैं। राधाकुंड में श्रीराधारानी और भगवान श्रीकृष्ण के कुंड आपस में मिले हुए हैं। पौराणिक युग से चली आ रही इस परंपरा में आज देश ही नहीं बल्कि विदेश से आये श्रद्धालु स्नान करते हैं। इस बार दो दिवसीय पर्व के चलते शनिवार की देर रात्रि से सैलाब का उमडना शुरू हो गया और अर्द्धरात्रि के स्नान के बाद राधाकुंड व परिक्रमा मार्ग में लाखों की भीड़ उमड़ पड़ी है। मेला प्रभारी गोवर्धन उपजिलाधिकारी एमपी सिंह के निर्देशन में नगर पंचायत प्रशासन की ओर से यहां घाटों पर बल्लियां, जनरेटर, नाव, गोताखोर, खोयापाया कैंप जैसी व्यवस्थाएं की गई हैं। राधाकुंड की प्राचीन गद्दी की ओर से महंत प्रतिनिधि बाबा केशव दास की ओर से व्यवस्थाएं की गई हैं। राधाकुंड चेयरमैन प्रतिनिधि दाऊ जी ठेकेदार, जिला सचिव सपा कृष्ण मुरारी, बाबा केशव दास, राधाकृष्ण दास बाबा, गौरव गोस्वामी, विष्णु कांत गोस्वामी आदि की ओर से तीर्थयात्रियों के लिए व्यवस्थाएं की गई हैं।