मनुष्य का जीवन नश्वर है। सम्भवत: देव-दानवों का जीवन भी नश्वर रहा होगा, इसीलिए उन लोगों ने सागर का मंथन करके अमृत प्राप्त कर अमर हो जाने का संकल्प किया।
मनुष्य का जीवन नश्वर है। सम्भवत: देव-दानवों का जीवन भी नश्वर रहा होगा, इसीलिए उन लोगों ने सागर का मंथन करके अमृत प्राप्त कर अमर हो जाने का संकल्प किया।
Related Items
समाज में गिर रहे हैं मूल्य और बढ़ रही है बेशर्मी...
खेल संस्कृति को पुनर्जीवित करना स्वस्थ समाज के लिए बेहद जरूरी
शादी समारोहों में झलक रहा है समाज का विकृत चेहरा..!