प्रयागराज महाकुंभ में श्रद्धालुओं, तीर्थयात्रियों और आगंतुकों के लिए आयुष ओपीडी, क्लीनिक, स्टॉल और सत्र प्रमुख आकर्षण का केंद्र बनकर उभर रहे हैं। इन स्टॉलों पर 1.21 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने आयुष सेवाओं का लाभ उठाया है।
महाकुंभ में आयुष टीम की 20 ओपीडी में 80 डॉक्टर शामिल हैं, जो चौबीस घंटे लगातार चिकित्सा सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। ये ओपीडी कई तरह की सामान्य और पुरानी बीमारियों को ठीक करने के लिए सुसज्जित हैं। विदेशी श्रद्धालु भी ओपीडी परामर्श सहित आयुष सेवाओं का उपयोग कर रहे हैं। इसके अलावा, संगम क्षेत्र और सेक्टर-8 में निर्धारित शिविरों में सुबह 8 से 9 बजे तक प्रतिदिन चिकित्सीय योग सत्र आयोजित किए जा रहे हैं, जिनका नेतृत्व नई दिल्ली के मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान के प्रशिक्षकों द्वारा किया जा रहा है। इन सत्रों में अंतरराष्ट्रीय भक्तों की भागीदारी स्थानीय और वैश्विक जनता के बीच आयुष सेवाओं में बढ़ती रुचि और विश्वास को दर्शाती है।
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इन पहलों का उद्देश्य आयुष चिकित्सा पद्धति और औषधीय पौधों आदि में हुई प्रगति के बारे में भक्तों को जानकारी देकर उन्हें सशक्त बनाना है। राष्ट्रीय औषधीय पादप बोर्ड ने औषधीय पौधों की रचनात्मक प्रदर्शनी लगाई है और इन पौधों के सामान्य लाभों सहित इनके बारे में जानकारी साझा करने के लिए विशेषज्ञों को भी तैनात किया है। भक्तों को इन पौधों को उगाने के संभावित वित्तीय लाभों के बारे में भी बताया जा रहा है और नि:शुल्क पौधे भी वितरित किए जा रहे हैं।
महाकुंभ में आयुष टीम ने इम्युनिटी बूस्टर और कैल्शियम की गोलियों सहित दवाओं के नि:शुल्क वितरण की भी व्यवस्था की है। अब तक लगभग 45 प्रतिशत लाभार्थी बुजुर्ग आबादी के सदस्य हैं। आम बीमारियों और उनके आयुष उपचारों पर जानकारीपूर्ण पर्चे भी वितरित किए जा रहे हैं।
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