वृन्दावन में मथुरा-वृन्दावन रोड पर रामकृष्ण मिशन अस्पताल से ठीक पहले दाईं ओर अंदर जाने वाली एक सड़क पर तराश वाला मंदिर मौजूद है। बाहर से देखने पर यह मंदिर कोई धर्मशाला जैसा लगता है लेकिन अंदर जाने पर एक अति सुन्दर मंदिर है। तराश वाला मंदिर की स्थापना राजर्षि श्री वनमाली रायबहादुर ने कराई थी। इस मंदिर में बहुत ही सुन्दर रंगीले बोलते जागृत श्री विग्रह हैं जिन्हें ‘जवाईं ठाकुर’ कहा जाता है। इस मंदिर की खास बात यह है कि यहां प्रतिदिन दो बार भगवान श्रीकृष्ण को हुक्का-पान का भोग लगाया जाता है। इस आलेख को पूरा पढ़ने के लिए अभी " सब्सक्राइब करें ", महज एक रुपये में, अगले पूरे 24 घंटों के लिए...
Related Items
एक ऐसा मंदिर जो देखते ही देखते हो जाता है गायब...
अपने में अनोखा है अरावली के मध्य स्थापित परशुराम महादेव मंदिर
‘पागल बाबा’ और उनके मंदिर की अजब कहानी