कबीर ने भारत के सामाजिक और साहित्यिक क्षेत्र को अत्याधिक प्रभावित किया। वह महज विचारक, कवि या समाज सुधारक ही नहीं, वरन अपने आप में एक संस्था माने जाते हैं। वह आजीवन समाज जीवन में व्याप्त आडंबरों पर कुठाराघात करते रहे। लोक कल्याण के लिए ही उनका समस्त जीवन था। पूरा आलेख पढ़ने के लिए अभी सब्सक्राइब करें, महज एक रुपये में, अगले पूरे 24 घंटों के लिए...






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