वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए बने शीतकालीन कार्य योजना

आगरा : जैसे-जैसे सर्दी करीब आ रही है, समूचे क्षेत्र को विभिन्न पर्यावरणीय चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। पराली जलाने, सूखी यमुना नदी के तल से धूल उड़ने, कचरा जलाने और भारी प्रदूषणकारी वाहनों के प्रवेश से समस्याएं और भी बढ़ गई हैं।

यातायात की भीड़, निर्माण गतिविधियां, वनों की कटाई और जनसंख्या द्वारा अत्यधिक उपभोग के कारण ताजमहल के आसपास के क्षेत्र में प्रदूषण का स्तर पहले से ही सुरक्षित सीमा के पार हो गया है। इन समस्याओं को कम करने और क्षेत्र के पारिस्थितिक स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए एक व्यापक रणनीति को लागू करने का समय अब आ गया है।

इसके तहत, कृषि पराली जलाने के विरुद्ध नियमों की निगरानी और प्रवर्तन में वृद्धि, किसानों को पर्यावरण के अनुकूल तरीके अपनाने के लिए प्रोत्साहन और पराली जलाने के विकल्प का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहन देने, सूखी यमुना नदी तल के किनारे धूल दमन परियोजनाएं शुरू करने, नदी में अधिक पानी छोड़ने व न्यूनतम प्रवाह बनाए रखने, धूल उत्सर्जन को कम करने के लिए नदी किनारों पर पुनर्वनीकरण और वनस्पति विकास योजनाओं को लागू करने तथा खुले में कचरा जलाने को कम करने के लिए कुशल अपशिष्ट संग्रह और निपटान प्रणाली स्थापित की जा सकती है।

दिन में दो बार, यमुना किनारा रोड व एमजी रोड पर पानी छिड़कने तथा स्थानीय समुदायों के बीच उचित अपशिष्ट प्रबंधन प्रथाओं पर जागरूकता का अभियान भी शुरू किया जा सकता है।

इसके अलावा, ताज ट्रेपेज़ियम ज़ोन में राजमार्गों व एक्सप्रेसवे के माध्यम से दूसरे राज्यों से भारी प्रदूषणकारी वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंधित, वाटर वर्क्स क्रॉसिंग से आगरा किला तक यमुना किनारा रोड को धूल मुक्त किया जाना तथा बिजलीघर व ईदगाह बस स्टैंड को स्थानांतरित किया जा सकता है।

यमुना किनारा रोड पर परिवहन कंपनियों को तुरंत स्थानांतरित किया जाना चाहिए। चूंकि, अब बिजलीघर से आईएसबीटी तक मेट्रो सेवा उपलब्ध है, इसलिए आगरा किला क्षेत्र से बसें चलाने की कोई आवश्यकता नहीं है।

इन उपायों के साथ-साथ, सामुदायिक तालाबों और नहर प्रणाली को बहाल किया जाना चाहिए। प्रमुख सड़क व चौराहों पर बेहतर वायु संचार के लिए बड़े एग्जॉस्ट पंखे व कूलर लगाए जाने चाहिए।

ताजमहल के आसपास भीड़भाड़ कम करने के लिए कुशल यातायात प्रबंधन प्रणाली लागू करने की जरूरत है।

प्रदूषण के स्तर पर वास्तविक समय डेटा प्रदान करने के लिए पूरे क्षेत्र में वायु गुणवत्ता निगरानी स्टेशन स्थापित किए जाएं। जनता और अधिकारियों को सूचित करने के लिए नियमित रूप से वायु गुणवत्ता रिपोर्ट प्रकाशित की जाए।

मौजूदा समय में चल रही निर्माण परियोजनाओं में पर्यावरण के अनुकूल सामग्री और तकनीकों के उपयोग को अनिवार्य किया जाए। प्रदूषण के चरम अवधि के दौरान निर्माण गतिविधियों को निलंबित किया जाए।

ताज ट्रेपेज़ियम ज़ोन में और उसके आसपास व्यापक वृक्षारोपण और हरित क्षेत्रों के निर्माण की योजनाएं विकसित हों तथा वनीकरण प्रयासों में सामुदायिक भागीदारी को प्रोत्साहित किया जाए।

पर्यावरण को संरक्षित करने और प्रदूषण को कम करने के महत्व पर जनता को शिक्षित करने के लिए अभियान शुरू किए जाएं। इको-टूरिज्म को बढ़ावा दें और आगंतुकों को पर्यावरण संबंधी दिशानिर्देशों का पालन करने के लिए प्रोत्साहित करें।

नियंत्रण के लिए किए जाने वाले प्रयासों और संसाधनों को संरेखित करने के लिए राज्य और स्थानीय सरकारों के साथ मिलकर काम किया जाए। अतिरिक्त सहायता के लिए गैर सरकारी व पर्यावरण संगठनों के साथ भागीदारी की जा सकती है।

इलेक्ट्रिक बसें और बाइक-शेयरिंग कार्यक्रम जैसे पर्यावरण के अनुकूल परिवहन विकल्पों का विकास और प्रचार किया जाए। यातायात और प्रदूषण को कम करने के लिए कारपूलिंग और सार्वजनिक परिवहन के उपयोग को प्रोत्साहित करें।

इन तत्काल उपायों को लागू करके ताज ट्रेपेज़ियम ज़ोन के नाजुक पारिस्थितिकी तंत्र की रक्षा की जा सकती है। स्थानीय अधिकारियों, समुदायों और हितधारकों के लिए इस यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल के संरक्षण के लिए इन प्रयासों में सहयोग करना बहुत महत्वपूर्ण है।

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