नॉर्वे की सुप्रसिद्ध लेखिका सिग्रिड अनसेट को नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया था। जिस समय उन्हें यह पुरस्कार दिए जाने की घोषणा की गई, उनसे भेंट करने बहुत से पत्रकार उनके घर जा पहुंचे।
वह अपने घर के अंदर से निकलीं और विनम्रता से बोलीं, इस समय रात्रि में आप लोगों के यहां आने का कारण मैं समझ सकती हूं, क्योंकि अभी-अभी तार द्वारा मुझे नोबेल पुरस्कार दिए जाने की सूचना मिली है, पर खेद है कि मैं आप लोगों से कोई बातचीत नहीं कर सकती।
क्यों भला?, एक साथ कई स्वर उभरे।
अनसेट ने जवाब दिया, क्योंकि मैं अभी अपने बच्चों को सुला रही हूं। यह उनके सोने का समय है। पुरस्कार पाने की खुशी तो मुझे है, पर उससे भी अधिक खुशी मुझे अपने बच्चों के साथ रहने और उनके पालन-पोषण में मिलती है।
मां के स्नेह की गरिमा से अभिभूत हो निराश पत्रकार वापस लौट गए...।
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