जनजातीय कार्य मंत्रालय ने जीता 'सर्वश्रेष्ठ झांकी' का पुरस्कार

जनजातीय कार्य मंत्रालय को भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में ‘जनजातीय गौरव वर्ष’ पर आधारित अपनी प्रेरणादायक और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध झांकी के लिए 76वें गणतंत्र दिवस परेड में केंद्रीय मंत्रालयों और विभागों की ओर से सर्वश्रेष्ठ झांकी का पुरस्कार दिया गया है।

झांकी में एक भव्य साल के पेड़ के साथ आदिवासी लोकाचार को खूबसूरती से दर्शाया गया था। यह ताकत, स्थिरता एवं आदिवासी समुदायों तथा प्रकृति के बीच के गहरे संबंध का प्रतीक है। केंद्रीय विषय ‘जल, जंगल, जमीन’ ने भारत की आदिवासी विरासत के कालातीत ज्ञान और स्वतंत्रता संग्राम और राष्ट्र निर्माण में उनके अमूल्य योगदान को प्रदर्शित किया।

झांकियों के प्रदर्शन का आकलन करने के लिए जजों के तीन पैनल गठित किए गए थे। पैनल ने सेवाओं में सर्वश्रेष्ठ मार्चिंग टुकड़ी के लिए जम्मू और कश्मीर राइफल्स दल तथा सीएपीएफ व अन्य सहायक बलों में सर्वश्रेष्ठ मार्चिंग दस्ता के लिए दिल्ली पुलिस मार्चिंग दल को चुना।

राज्य क्षेत्र से शीर्ष तीन झांकियों के लिए पुरस्कार ‘महाकुंभ 2025 - स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास’ के लिए उत्तर प्रदेश, शाश्वत श्रद्धा : त्रिपुरा में 14 देवताओं की पूजा-खर्ची पूजा के लिए त्रिपुरा तथा ‘एटिकोप्पका बोम्मलु-पर्यावरण-अनुकूल लकड़ी के खिलौने’ के लिए आंध्र प्रदेश ने जीते।

Related Items

  1. अभूतपूर्व उपलब्धियों के साथ भारतीय खेलों के लिए 2024 रहा उल्लेखनीय वर्ष

  1. वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए बने शीतकालीन कार्य योजना

  1. शताब्दी वर्ष के दौरान कार्य विस्तार योजना में जुटा संघ



Mediabharti