मथुरा । श्री गिर्राज सेवा ट्रस्ट के तत्वावधान में शरद पूर्णिमा पर14 अक्टूबर को गिर्राज तलहटी में होने वाले अद्वितीय छप्पनभोग महोत्सव की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। महोत्सव की शुरूआत 13 अक्टूबर गुरूवार को होने वाले जड़ी-बूटियों के अद्भुत अभिषेक व गिर्राज महराज की संगीतमयी परिक्रमा के साथ होगी। इस महा आयोजन के लिए आन्यौर परिक्रमा मार्ग को फूलों की घाटी के रूप में तब्दील करने का काम शुरू कर दिया गया है। छप्पनभोग की व्यवस्थाओं के संबंध में श्री गिर्राज सेवा ट्रस्ट द्वारा सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं। शरद पूर्णिमा पावन बेला में गिर्राज तलहटी में होने वाले विशाल एवं भव्य छप्पनभोग स्थल पर कुछ ऐसे प्रयोग किये जा रहे हैं, जिससे महारास की लीला के दृष्य साकार हो सकें। गिर्राज महाराज का दुग्ध पंचामृत केशर एवं जड़ी बूटियों से अभिषेक किया जायेगा। अभिषेक पंडितों द्वारा वेद मंत्रों के साथ किया जायेगा। अभिषेक सुबह 10 बजे से प्रारंभ होकर दोपहर एक बजे तक चलता रहेगा। दानघाटी से गिर्राज तलहटी, गिर्राज तलहटी से गुरू शरणानंद आश्रम तक पांच तोरण द्वार बनाने का कार्य पूरा कर दिया गया है। प्रत्येक द्वार पर विद्युत एवं फूलों का कार्य चल रहा है। श्री गिरवर निकुंज में साधु एवं वैष्णव सेवा का कार्य किया जायेगा। इसी स्थल पर छप्पनभोग सामिग्री बनाने का कार्य चल रहा है। 14 अक्टूबर को इसी स्थल पर बृज के प्रमुख संत एवं वैष्णवों की सेवा ट्रस्ट के सदस्यों द्वारा की जायेगी। छप्पनभोग सामिग्री की व्यवस्था के लिए ट्रस्ट के सदस्यों द्वारा मथ्ज्ञुरा के प्रसिद्ध रमेष हलवाई द्वारा वैष्णव पद्धति से छप्पनभोग बनाया जा रहा है। गिर्राज छप्पनभोग 2111 टोकरियों में अद्भुत ढंग से सजाया जा रहा है। गिरवर निकुंज से छप्पनभोग स्थल तक छप्पनभोग सामिग्री को मानव श्रृंखला द्वारा पहुंचाने की व्यवस्था की गयी है। श्री गिर्राज जी सेवा ट्रस्ट के सदस्यों की बैठक में निणछय लिया गया कि छप्पनभोग कार्यक्रम को अद्भुत एवं अनोखा रूप दिया जायेगा। बैठक में प्रदीप मैंदा वाले, सुरेश लोहे वाले, दीनदयाल, विष्णु स्वरूप, मुकेश कुमार, डब्बू, एनएन भाटिया, अशोक सर्राफ, देवेन्द्र बंसल, चंद्रकिशोर, जयंती प्रसाद, दिलीप सर्राफ, पुरूषोत्तम सर्राफ, विजय माहेश्वरी, विपिन अग्रवाल, महेश बंसल, कृष्णदास, दिनेशचंद अग्रवााल, राम अग्रवाल आदि सभी उपस्थित थे।