‘‘एक ऐसी जगह जिसे सभी लोग देखना चाहते हैं और एक बार इसके दर्शन कर लेने के बाद, भले ही उन्होंने इसकी केवल झलक भर देखी हो, दुनिया की तमाम छवियों को इस एक झलक पर न्योछावर करने को तैयार हों’’—ये पंक्तियां हैं मार्क ट्वेन की जो उन्होंने भारत के बारे में लिखी थीं।
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