नई दिल्ली । पूर्व मुख्य चयनकर्ता व बल्लेबाज संदीप पाटिल ने हाल ही खुलासा किया था कि चयन समिति सचिन तेंदुलकर को टीम से बाहर कर सकती थी, लेकिन इससे पहले उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया। साथ ही पाटिल ने यह भी बताया कि वे पिछले साल ऑस्ट्रेलिया-न्यूजीलैंड में आयोजित वनडे विश्व कप से पहले महेंद्र सिंह धोनी को कप्तानी से हटाने पर विचार कर रहे थे। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) प्रमुख अनुराग ठाकुर ने मंगलवार को पाटिल की खिंचाई करते हुए कहा कि अपना कार्यकाल समाप्त होने के बाद सचिन और धोनी को लेकर कुछ गोपनीय तथ्यों का रहस्योद्घाटन करना अनैतिक था। बीसीसीआई में उपयुक्त व्यक्ति पाटिल से जल्द ही इस मसले पर बात करेंगे जिसके कारण बड़ा विवाद पैदा हो गया था। ठाकुर ने कहा कि मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि पाटिल को पूर्व अध्यक्ष होने के नाते ऐसी टिप्पणियां नहीं करनी चाहिए थीं। जब वे अध्यक्ष थे वे इन सवालों का अलग तरह से जवाब देते थे। लेकिन कार्यकाल समाप्त होने के बाद उन्होंने दूसरी तरह के जवाब दिए। उन्होंने ऐसा करके पूरी तरह से अनैतिक काम किया। किसी को भी चयन मसलों को लेकर अनैतिक और अवांछनीय टिप्पणियां करने से बचना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि पाटिल पर अध्यक्ष बनने के लिए भरोसा किया गया, क्योंकि उन्होंने पर्याप्त क्रिकेट खेला है। उनके साथ चार अन्य चयनकर्ता थे, उन्होंने कुछ नहीं कहा। उन्हें भी इससे बचना चाहिए था। गोपनीयता के इस तरह के उल्लंघन से भविष्य में किसी भी नियोक्ता के लिए पाटिल पर भरोसा करना मुश्किल होगा। ठाकुर ने कहा कि कोई भी संस्था यदि पाटिल की सेवाएं लेना चाहती है वो इस पर दस बार सोचेगी कि संस्था छोडऩे के बाद वे क्या कहेंगे। पाटिल का चार साल का कार्यकाल न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए 15 सदस्यीय टीम के चयन के साथ ही खत्म हो गया था। पाटिल ने वर्ष 1980 से 1986 के बीच 29 टेस्ट में 1588 और 45 वनडे में 1005 रन बनाए थे।
साभार-khaskhabar.com
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