जो कुछ भी हम करते हैं उसका एक निश्चित लक्ष्य होता है। उसके पीछे एक सोच होती है। जब भी हम अपने या दूसरों के लिए कुछ करते हैं तो इस बात का निर्धारण अहम होता है कि आपके कार्य का क्या महत्व है, क्या प्राप्त होगा और किस कीमत पर प्राप्त होगा?
जो कुछ भी हम करते हैं उसका एक निश्चित लक्ष्य होता है। उसके पीछे एक सोच होती है। जब भी हम अपने या दूसरों के लिए कुछ करते हैं तो इस बात का निर्धारण अहम होता है कि आपके कार्य का क्या महत्व है, क्या प्राप्त होगा और किस कीमत पर प्राप्त होगा?
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