करोड़ों तीर्थयात्री और सबका एक ही पवित्र उद्देश्य...


महाकुंभ उत्सव भारत की भव्यता और आध्यात्मिक जीवंतता का प्रमाण है। इस बार महाकुंभ समागम में कुल 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है।

बीते सप्ताह, 10 देशों के 21 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने भी संगम में पवित्र डुबकी लगाई। फिजी, फिनलैंड, गुयाना, मलेशिया, मॉरीशस, सिंगापुर, दक्षिण अफ्रीका, श्रीलंका, त्रिनिदाद और टोबैगो और संयुक्त अरब अमीरात का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रतिनिधिमंडल ने महाकुंभ की विरासत और आध्यात्मिक महत्व का अनुभव किया।

Read in English: Millions of million pilgrims, One sacred purpose…

महाकुंभ मेला आस्था, संस्कृति और नवाचार का एक जीवंत समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को दर्शाता है। 'तेजस पंडाल' आकर्षक केंद्र बिंदु है, जो एचएएल तेजस फाइटर जेट की तर्ज पर बनाई गई एक शानदार 85 फुट ऊंची संरचना है।

कुंभ मेला अखाड़ों के माध्यम से भारत की समृद्ध विरासत को भी सम्मान देता है, जिन्हें आध्यात्मिक और सामरिक परंपराओं दोनों का संरक्षक माना जाता है। यह आयोजन कारीगरों को 'एक जिला, एक उत्पाद' प्रदर्शनी के माध्यम से अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए एक मंच प्रदान कर रहा है, जबकि कलाग्राम भारतीय शिल्प, व्यंजनों और संस्कृति का एक जीवित संग्रहालय पेश कर रहा है।

मंत्रमुग्ध कर देने वाला ड्रोन शो पौराणिक 'प्रयाग महात्म्यम' और 'समुद्र मंथन' का चित्रण करके दर्शकों का मन मोह रहा है। इसके अलावा, 24 फरवरी तक भक्तों के लिए आध्यात्मिक रूप से समृद्ध वातावरण बनाने के लिए एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें शंकर महादेवन, मोहित चौहान, कैलाश खेर जैसे प्रसिद्ध कलाकार शामिल हैं।

उन्नत चौकसी, ​​ड्रोन निगरानी और एक अच्छी तरह से समन्वित कानून प्रवर्तन की उपस्थिति के साथ सुरक्षा उपाय बढ़ा दिए गए हैं। यहां 50,000 से अधिक अर्द्धसैनिक बलों सहित पुलिसकर्मी, 14,000 होम गार्ड और 2,750 एआई-आधारित सीसीटीवी कैमरे तैनात किए गए हैं। सुरक्षा और आपदा तत्परता बढ़ाने के लिए एक अत्याधुनिक उपकरण भी तैनात किया गया है।

आगंतुकों का मार्गदर्शन करने के लिए लगभग 800 बहु-भाषा साइनेज लगाए गए हैं। एक समर्पित ऐप भीड़-घनत्व, आपातकालीन अलर्ट, दिशानिर्देश और आवास विवरण पर वास्तविक समय अपडेट प्रदान करता है।

स्वास्थ्य सेवाओं में 6,000 बिस्तर व 43 अस्पताल हैं। इसके अतिरिक्त आयोजन के दौरान स्वच्छता बनाए रखने के लिए 10,200 सफाई कर्मचारी और 1,800 ‘गंगा सेवक’ तैनात किए गए हैं।

महाकुंभ नगर को सुपर डीलक्स आवास सहित हजारों तंबू और आश्रय स्थलों के साथ एक अस्थायी शहर में बदल दिया गया है।

तीर्थयात्रियों को सूचना देने की महत्वपूर्ण पहल के तहत आकाशवाणी के कुंभवाणी समाचार बुलेटिन को अब महाकुंभ नगर में सार्वजनिक संबोधन प्रणाली के माध्यम से सीधा प्रसारित किया जा रहा है।

आयोजन से पहले 10-15 इलेक्ट्रिक बसें तैनात की गईं। दूसरे चरण में कुल 120 इलेक्ट्रिक बसें, जिनमें 20 डबल डेकर बसें और 100 बसें 9-मीटर और 12-मीटर लंबाई की शामिल हैं।

महाकुंभ मेले को देखते हुए रेलवे ने अब 15 दिन पहले रेलवे टिकट बुक करने की सुविधा शुरू की है। भारतीय रेलवे ने परिवहन जानकारी के लिए एक टोल-फ्री हेल्पलाइन, समर्पित वेबसाइट और महाकुंभ मेला ऐप लॉन्च किया है।

मेले में प्रतिदिन लगभग 20,000 लोग मुफ्त भोजन का आनंद ले रहे हैं। इस बार महाकुंभ में श्रद्धालुओं के लिए खास इंतजाम किए गए हैं। 35 हजार से अधिक गैस सिलेंडर रीफिल कराए गए हैं तथा 3500 नए कनेक्शन भी जारी किए गए हैं। मेले में प्रतिदिन 5000 गैस सिलेंडर रिफिलिंग का कार्य किया जा रहा है। महाकुंभ के आयोजन में मुख्य रूप से अखाड़ों और कल्पवासियों के लिए खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई जा रही है।

कुल मिलाकर, महाकुंभ 2025 ने भागीदारी, बुनियादी ढांचे और वैश्विक आवभगत में नए रिकॉर्ड स्थापित किए हैं। 10 करोड़ आगंतुकों के साथ इस कार्यक्रम ने न केवल इसके धार्मिक महत्व की पुष्टि की है, बल्कि अद्वितीय योजना और कार्यान्वयन के साथ एक मेगा-इवेंट की मेजबानी करने की भारत की क्षमता का भी प्रदर्शन किया है। जैसे-जैसे पवित्र जल लाखों लोगों को आकर्षित कर रहा है, महाकुंभ आस्था, एकता और सांस्कृतिक भव्यता का एक प्रकाशस्तंभ बना हुआ है।



Related Items

  1. ट्रंप की नई साज़िश भारत के लिए शिकंजा है या सुनहरा मौक़ा!

  1. भारत के पड़ोस में बढ़ती सियासी अस्थिरता

  1. प्राइवेट सेक्टर बन चुका है भारत की अर्थव्यवस्था का धड़कता इंजन




Mediabharti