प्रदूषण, विशेषकर धूल व धुआं, व्यक्ति के हर अंग पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रहा है। परन्तु, इसकी सही जानकारी न तो आम लोगों को है और ना ही चिकित्सा वर्ग के जुड़े सभी लोगों को...।
लोगों को प्रदूषण के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से दिल्ली एम्स के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ. अरविन्द गुप्ता ने बताया कि प्रदूषण, विशेषकर बच्चों व बुजुर्गों में, न सिर्फ फेफड़ों बल्कि हृदय और मस्तिष्क सहित सिर से पैर तक सभी अंगों पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रहा है।
यदि हर व्यक्ति थोड़ा-थोड़ा प्रदूषण अपने अपने स्तर से कम करने की जिम्मेदारी ले तो काफी हद तक स्थिति को सुधारा जा सकता है। उन्होंने कहा कि पांच से कम वर्ष के बच्चों में निमोनिया का मुख्य कारण प्रदूषण है।
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