संपादकीय

हालिया तीन राज्यों में हुए चुनावों के बहाने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भाजपा कार्यकर्ताओं ने बताया है कि ऐसे लड़े जाते हैं चुनाव...

Read More

साल 1947 में स्वतंत्रता मिलने पर बहुत से सेक्युलरवादियों ने सोचा था कि युगों से चला आ रहा विचारधाराओं का संघर्ष, ‘टू नेशन थ्योरी’ के जनक मोहम्मद अली जिन्ना को पाकिस्तान मिलने के बाद समाप्त हो जाएगा। जिन्ना शुरू से ही कहते आए थे कि हिन्दू, मुस्लिम दो अलग राष्ट्र हैं, इसलिए विभाजन ही इस दम घोंटू स्थिति का एकमात्र समाधान है...

Read More

कैसे ये तथ्य नजरअंदाज करें कि आबादी के नियंत्रण से आज भारत की सामाजिक आर्थिक व्यवस्था सुदृढ़ हुई है, मध्यम वर्ग की जीवन शैली तथा शिक्षा स्तर काफी सुधरा है। स्वास्थ्य भी बेहतर हुआ है। साल 1952 में शुरू हुए परिवार नियोजन अभियान का प्रभाव अब दिखने लगा है। ऐसे में जनसंख्या वृद्धि का सुझाव कौन मानेगा?

Read More

मणिपुर, भारत के सात पूर्वोत्तर राज्यों में से एक प्राकृतिक संसाधनों से ओत-प्रोत राज्य है। इस राज्य को दक्षिण एशिया का ‘प्रवेश द्वार’ भी माना जाता है। मणिपुर भारत के सर्वाधिक सुन्दर स्थानों में से एक है। यहां की शांत जलवायु, हरे-भरे लहलहाते घने वन और सुन्दर झीलें इस पर्वतीय क्षेत्र की सुन्दरता में चार चांद लगा देते है...

Read More

सिर्फ चुनावों में तमिल भावनाओं को जागृत करने के लिए कच्चतिवू टापू के विवादित हस्तांतरण को मुद्दा बनाया गया था। अब भाजपा इस मुद्दे को क्यों नहीं उठा रही है…?

Read More

हरियाणा चुनाव ने भारतीय लोकतंत्र की व्यवस्था से परिचय कराया और अब महाराष्ट्र का चुनाव भारतीय लोकतंत्र को और बेहतर तरीके से परिभाषित करेगा...

Read More


Mediabharti