जानिए, भगवान श्रीकृष्ण की मत्यु का कारण और जगह…


भगवान कृष्ण के जन्म के विषय में प्रचलित कथा से तो हम सब भली भांति परिचित हैं। लेकिन, हम में से बहुत लोग यह नहीं जानते कि उनकी मृत्यु आखिर किस प्रकार और कहां हुई थी?

श्री कृष्ण की मत्यु के बारे में कई भारतीय धर्म ग्रंथों में विवरण मिलता है। एक पौराणिक कथा के अनुसार कुरुक्षेत्र के युद्ध में गांधारी के सभी पुत्रों की मृत्यु हो जाने तथा दुर्योधन की मृत्यु होने से ठीक पहले की रात को कृष्ण गांधारी के पास संवेदना व्यक्त करने के लिए गए थे। गांधारी ने कृष्ण पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने समय रहते जानबूझकर युद्ध को समाप्त नहीं किया। क्रोध और दुःख से भरी गांधारी ने उन्हें श्राप दिया कि उनके अपने यदु राजवंश में हर व्यक्ति उनके साथ ही नष्ट हो जाएगा।

महाभारत के अनुसार, यदु वंश के बांधवों के बीच एक त्योहार पर लड़ाई की शुरुआत हो जाती है, जिसमें सभी एकदूसरे की हत्या कर देते हैं। दूर किसी पेड़ के नीचे, नींद में सो रहे कृष्ण को एक हिरण समझकर, जरा नाम के शिकारी ने तीर मार दिया जो उन्हें घातक रूप से घायल करता है। कृष्ण जरा को क्षमा करते हुए देह त्याग देते हैं। माना जाता है कि गुजरात का भालका स्थान ही वह जगह है, जहां भगवान श्री कृष्ण की मृत्यु हुई थी।



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