भारतीय सिविल सेवा के 1869 बैच का यह अधिकारी एक अनुभवी सिविल सेवक के रूप में उभर सकता था किंतु 1874 में कमज़ोर आधार पर सेवा से हटाए जाने के बाद सुरेंद्रनाथ बनर्जी ने अपनी प्राथमिकताएं दोबारा तय कीं। वह सार्वजनिक जीवन में आए।
भारतीय सिविल सेवा के 1869 बैच का यह अधिकारी एक अनुभवी सिविल सेवक के रूप में उभर सकता था किंतु 1874 में कमज़ोर आधार पर सेवा से हटाए जाने के बाद सुरेंद्रनाथ बनर्जी ने अपनी प्राथमिकताएं दोबारा तय कीं। वह सार्वजनिक जीवन में आए।
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