वर्ष 1847 से प्रारंभ होकर दो शताब्दियों तक भारत के स्वतंत्रता संग्राम ने लगातार अपने लक्ष्य के प्रति दृढ़प्रतिज्ञ, अपनी विचारधारा एवं आमजन की भागीदारी और निस्वार्थ जोश जैसे शस्त्रों के साथ संघर्षरत कई शानदार नायक पैदा किए हैं। वे न केवल देशवासियों के लिए प्रेरणा हैं, बल्कि विश्व स्तर पर लब्धप्रतिष्ठित हस्तियां भी हैं।
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