आगरा (भारत): ऐतिहासिक और पवित्र नदी यमुना की खोई गरिमा लौटाने के लिए साधु-संतों द्वारा शुरू की गई 1000 किलोमीटर की पदयात्रा के करीब एक माह बाद संरक्षणवादियों ने इसे धरोहर के रूप में मान्यता देने की मांग की है।
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