स्वर्णिम पहचान बचाने के लिए संघर्ष कर रहा है आगरा का मेडिकल कॉलेज


क्या साल 1854 से निरंतर सेवाएं दे रहा आगरा मेडिकल कॉलेज अपने अतीत के गौरव को पुन: प्राप्त कर सकेगा? या वर्तमान की तरह अपनी पहचान के संकट से ही जूझता रहेगा? यह सवाल इसलिए पूछा जा रहा है, क्योंकि आज के दिन आगरा के अधिकतर वाशिंदे इसकी सेवाओं और व्यवस्थाओं से संतुष्ट नहीं हैं। इतना ही नहीं, जो डॉक्टर यहां से पढ़कर निकलते हैं, वे विश्व पटल पर कोई विशिष्ट कामयाबी के झंडे नहीं गाड़ पा रहे हैं।

अस्सी के दशक से पहले आगरा मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों का एक रुतबा था। लेकिन, आज यह संस्थान अनिश्चितता के साए में खड़ा दिखता है। पचास लाख की आबादी को सेवा प्रदान करने वाले आगरा में सरकारी स्वास्थ्य सेवाएं प्रणालीगत विफलताओं और उपेक्षा की एक निराशाजनक तस्वीर पेश कर रही हैं। कभी चिकित्सा शिक्षा और सेवा का प्रतीक रहा एसएन मेडिकल कॉलेज अब कई समस्याओं से जूझ रहा है।

Read in English: Agra Medical College struggles to revive its past glory

मिनी-एम्स की छवि के बावजूद, यह संस्थान अक्सर अपर्याप्त बुनियादी ढांचे और उदासीन चिकित्साकर्मियों से लेकर भ्रष्टाचार, अयोग्य कर्मचारियों, विभागीय अव्यवस्था व घटिया दवाओं के प्रसार की रिपोर्ट जैसे गलत कारणों से सुर्खियों में रहता है।

आगरा में सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं की दयनीय स्थिति देश के कई हिस्सों में स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में प्रणालीगत विफलताओं और उपेक्षा का एक मार्मिक प्रतिबिंब है। कभी चिकित्सा शिक्षा और सेवा का प्रतीक रहा एसएन मेडिकल कॉलेज, अब अपनी गरिमा खो चुका है। इसकी विरासत कई समस्याओं के कारण लगातार धूमिल हो रही है।

ध्यान रहे, साल 1860 के दशक में थॉम्पसन स्कूल ऑफ मेडिसिन के रूप में स्थापित इस कॉलेज का एक समृद्ध इतिहास रहा है। कभी जिस संस्थान ने प्रशिक्षित चिकित्सा पेशेवरों की एक सतत धारा तैयार की थी, अब वही मेडिकल कॉलेज प्रतिभाओं को बनाए रखने के लिए संघर्ष कर रहा है।

निजी क्षेत्र में अवसरों की तलाश में कुशल चिकित्सा पेशेवरों का पलायन सार्वजनिक स्वास्थ्य संस्थानों को सबसे ज्यादा प्रभावित करता है। दूसरी ओर, निजी क्षेत्र भी स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र के सामने आने वाली नई चुनौतियों का समुचित समाधान करने में असमर्थ है और उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाया है।

आगरा मेडिकल कॉलेज का पतन न केवल संस्थान के लिए बल्कि पूरे समुदाय के लिए हानिकारक है। एक जमाने में राष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसित राजदान, नवल किशोर, अवस्थी, मल्होत्रा, नागरथ और कई अन्य डॉक्टरों ने इस संस्थान को गौरवान्वित किया था। लेकिन, अब यह एक बीते युग की दूर की प्रतिध्वनि की तरह लगते हैं।

एसएन मेडिकल कॉलेज और इसी तरह के संस्थानों को पुनर्जीवित करने के प्रयासों को अब शक्ति देने का प्रयास किया जाना चाहिए। इनमें बुनियादी ढांचे की समस्याओं के हल, प्रशासन में पारदर्शिता व जवाबदेही सुनिश्चित करना, चिकित्सा कर्मियों के बीच सहानुभूति और व्यावसायिकता की संस्कृति को बढ़ावा देना और भ्रष्टाचार व कदाचार को रोकने के लिए मजबूत तंत्र स्थापित करना शामिल है। अनुसंधान, प्रशिक्षण और अन्य संस्थानों के साथ सहयोग पर नए सिरे से ध्यान केंद्रित करने से कॉलेज को उसके पूर्व गौरव को बहाल करने में मदद मिल सकती है।

इसके अलावा, बढ़ती जनसंख्या की उभरती जरूरतों को पूरा करने के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं में अधिक निवेश और स्वास्थ्य सेवा प्रणाली में व्यापक बदलाव की सख्त जरूरत है। सरकार को सभी नागरिकों के लिए गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा के प्रावधान को प्राथमिकता देनी चाहिए, चाहे उनकी सामाजिक-आर्थिक पृष्ठभूमि कुछ भी हो।

सभी स्तरों पर सरकारी अधिकारियों, स्वास्थ्य सेवा पेशेवरों, नागरिक समाज संगठनों और आम जनता जैसे हितधारकों को एक साथ आना और आगरा व उसके बाहर स्वास्थ्य सेवा वितरण के लिए एक नया मार्ग तैयार करना बेहद जरूरी है। केवल सामूहिक कार्रवाई, पहुंच व गुणवत्ता के सिद्धांतों को बनाए रखने की साझा प्रतिबद्धता के माध्यम से ही हम स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में आने वाली चुनौतियों को दूर करने और हर व्यक्ति को वह देखभाल और सहायता प्रदान करने की उम्मीद कर सकते हैं, जिसका वह हकदार है।

अपनी खोई हुई प्रतिष्ठा को पुनः प्राप्त करने के लिए एसएन मेडिकल कॉलेज को संस्थान को पुनर्जीवित करने और चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में उत्कृष्टता के केंद्र के रूप में अपनी प्रतिष्ठा को बहाल करने के उद्देश्य से कई व्यापक उपाय करने ही चाहिए।

सुधारात्मक उपायों को लागू करके और उत्कृष्टता, नवाचार और अखंडता की संस्कृति को बढ़ावा देकर, आगरा मेडिकल कॉलेज अपनी खोई हुई प्रतिष्ठा को पुनः प्राप्त करने और चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा वितरण के क्षेत्र में एक प्रतिष्ठित संस्थान के रूप में अपना सही स्थान पुनः प्राप्त करने की दिशा में अपनी नई यात्रा शुरू कर सकता है।



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